लाभ – शत्रु की कुबुद्धि – दुर्बुद्धि को ठीक करने हेतु इस मंत्र का जाप करें. मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। ओम् ऐं ह्रीम क्लीम दीनकंपी धर्मात्मा प्रेमाधि रामवल्लभ आध्यमम मारुत वीर मैं भष्तेदेही सतवरम क्लेम हरेम ऐम ओम Why Chant It?: Caught in a https://stephenl011bax0.bloggerswise.com/43031192/rumored-buzz-on-hanuman-chalisa